मौत बनकर टूटा सरकारी तंत्र का पहाड़
राजेश पाराशर
आप सभी से निवदन है की इस बात पर गौर किया जाय जो घटना घटी ,उसे संचार तंत्र ने प्रकाशित किया । बारिश के चलते पूर्वी दिल्ली स्थित गाजीपुर के पास कूड़े के पहाड़ का एक हिस्सा ढह जाने से बड़ा हादसा हो गया. हादसे में एक लड़की समेंत दो की मौत हो गई. यह लड़की नहर के पास से स्कूटी से गुजर रही थी. सात लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. पांच लोगों को बचाया गया है. प्रशासन ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है. हादसे के चपेट में 6 गाड़ियां आ गई और पास की नहर में गिर गई हैं.1984 में इस पहाड़ को खड़ा किया गया था. ओखला में भी एक कूड़े के ढेर को बनाया गया है. करीब 600 ट्रक रोजाना कूड़ा लेकर यहां आते हैं. दिल्ली से रोज लगभग 14000 टन कचरा निकाला जाता है. ये पूरा क्षेत्र 70 एकड़ में फैला हुआ है. फिलहाल यह पहाड़ 50 फीट ऊंचा है।
चश्मदीदों के मुताबिक, ऐसा लग रहा था जैसे कूड़े के अंदर कोई गैस बन गई थी। जिस वजह से कूड़े के पहाड़ का एक हिस्सा लोगों पर गिर गया। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने नहर में कूदकर कुछ लोगों को बचाया तो कुछ लोगों ने कूड़े में दबे लोगों को बाहर निकाल लिया।
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एमसीडी को नसीहत देते हुए कहा कि बहानेबाजी नहीं बल्कि जिम्मेदारी को समझना होगा. एमसीडी को पहले ही अनुमान लगाना चाहिए था कि कूड़े का पहाड़ कभी आफत भी बन सकता है, वो भी तब जब बारिश हो रही हो.शीला दीक्षित ने कहा कि ये कमी और गैरजिम्मेदारी की बात है, चाहे वो केजरीवाल सरकार हो या फिर बीजेपी की सरकार हो. वैसे तो दिल्ली सरकार के पास जमीन नहीं है, लेकिन दिल्ली सरकार के पास जहां भी जमीन हो उन्हें देना चाहिए था. शीला दीक्षित ने सीधे तौर पर बीजेपी को तो इशारों में केजरीवाल सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि एमसीडी ने अगर प्रयास किया होता, तो उन्हें जमीन मिल जाती।
गाजीपुर लैंडफिल साइट को लेकर बीते दिनों नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने बड़ा फैसला लिया था। ट्रिब्यूनल ने 18 अगस्त को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को कूड़े को एनएच-9 के चौड़ीकरण में मलबे रूप में इस्तेमाल करने को कहा था। आदेश को अमल करने के लिए 45 दिन का वक्त दिया गया था, जिसे खत्म होने में अभी भी 26 दिन बाकी हैं।
इस हादसे के लिया जो उत्तरदायी संस्था -पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) एवं अधिकारी,जनप्रतिनिधि सभी पर आपराधिक षण्डयन्त्र व् जाने से मारने का क्रिमिनल केस दर्ज हो।
राजेश पाराशर
आप सभी से निवदन है की इस बात पर गौर किया जाय जो घटना घटी ,उसे संचार तंत्र ने प्रकाशित किया । बारिश के चलते पूर्वी दिल्ली स्थित गाजीपुर के पास कूड़े के पहाड़ का एक हिस्सा ढह जाने से बड़ा हादसा हो गया. हादसे में एक लड़की समेंत दो की मौत हो गई. यह लड़की नहर के पास से स्कूटी से गुजर रही थी. सात लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. पांच लोगों को बचाया गया है. प्रशासन ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है. हादसे के चपेट में 6 गाड़ियां आ गई और पास की नहर में गिर गई हैं.1984 में इस पहाड़ को खड़ा किया गया था. ओखला में भी एक कूड़े के ढेर को बनाया गया है. करीब 600 ट्रक रोजाना कूड़ा लेकर यहां आते हैं. दिल्ली से रोज लगभग 14000 टन कचरा निकाला जाता है. ये पूरा क्षेत्र 70 एकड़ में फैला हुआ है. फिलहाल यह पहाड़ 50 फीट ऊंचा है।
चश्मदीदों के मुताबिक, ऐसा लग रहा था जैसे कूड़े के अंदर कोई गैस बन गई थी। जिस वजह से कूड़े के पहाड़ का एक हिस्सा लोगों पर गिर गया। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने नहर में कूदकर कुछ लोगों को बचाया तो कुछ लोगों ने कूड़े में दबे लोगों को बाहर निकाल लिया।
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एमसीडी को नसीहत देते हुए कहा कि बहानेबाजी नहीं बल्कि जिम्मेदारी को समझना होगा. एमसीडी को पहले ही अनुमान लगाना चाहिए था कि कूड़े का पहाड़ कभी आफत भी बन सकता है, वो भी तब जब बारिश हो रही हो.शीला दीक्षित ने कहा कि ये कमी और गैरजिम्मेदारी की बात है, चाहे वो केजरीवाल सरकार हो या फिर बीजेपी की सरकार हो. वैसे तो दिल्ली सरकार के पास जमीन नहीं है, लेकिन दिल्ली सरकार के पास जहां भी जमीन हो उन्हें देना चाहिए था. शीला दीक्षित ने सीधे तौर पर बीजेपी को तो इशारों में केजरीवाल सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि एमसीडी ने अगर प्रयास किया होता, तो उन्हें जमीन मिल जाती।
गाजीपुर लैंडफिल साइट को लेकर बीते दिनों नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने बड़ा फैसला लिया था। ट्रिब्यूनल ने 18 अगस्त को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को कूड़े को एनएच-9 के चौड़ीकरण में मलबे रूप में इस्तेमाल करने को कहा था। आदेश को अमल करने के लिए 45 दिन का वक्त दिया गया था, जिसे खत्म होने में अभी भी 26 दिन बाकी हैं।
इस हादसे के लिया जो उत्तरदायी संस्था -पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) एवं अधिकारी,जनप्रतिनिधि सभी पर आपराधिक षण्डयन्त्र व् जाने से मारने का क्रिमिनल केस दर्ज हो।
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